TOP LATEST FIVE BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA URBAN NEWS

Top latest Five baglamukhi shabar mantra Urban news

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'ॐ नमो हनुमंत बलवंत, माता अंजनी के लाल। लंका जारी सीया सुधी ले जाओ। राम द्वारा आपात्तिज रोक लो। राम चंद्र बिना सूचना आवे, मुख वाचा नहीं आवे। तू हाँके ता हाँके, राजा बांके बांके। जूत चप्पल दंग राखै, सूखी रहै तो रहै ठंड।'

शत्रु को दण्ड देना

तांत्रिक विशेष कर शाबर मंत्रों पर ही निर्भर है कुछेक साघको ने जिन शाबर मंत्रों को कठोर साधना कर घोर -अघोर क्रम से साघ लिया हैं उनकी इच्छा शक्ति ही काफ़ी हैं

The very best the perfect time to chant the baglamukhi mantras is early early morning. Get tub and sit with a mat or picket plank. Carry a rosary and utilize it for counting the mantra chanting.

It emphasises that spirituality is just not limited to a pick out handful of but is open up to all, advertising and marketing inclusivity and equality within the pursuit of spiritual progress.

Baglamukhi or Bagala is a crucial deity Amongst the 10 Mahavidyas worshipped with terrific devotion in Hinduism. The final word good thing about worshipping Baglamukhi clears the illusions and confusions from the devotees and offers them a clear path to commence in life.

महाविद्या, पार्वती के दस आदि पराशक्तियों का रूप हैं। बगलामुखी, जिसे "दुश्मनों को शक्तिहीन बनाने वाली देवी" के रूप में जाना जाता है, हिंदू धर्म की दस महाविद्या की आठवीं देवी हैं। इसमें दुश्मनों को निस्तब्ध कराने और स्थिर कराने की क्षमता है। चूंकि वह सुनहरे/पीले रंग से संबंधित है, इसलिए उन्हें "पीतांबरी" के नाम से भी जाना जाता है। स्तम्बिनी देवी, जिन्हें ब्रह्मास्त्र रूपिनी के नाम से भी जाना जाता है, एक शक्तिशाली देवी हैं, जो अपने उपासकों को सहने वाली कठिनाइयों को नष्ट करने के लिए एक गदा या हथौड़े का इस्तेमाल करती हैं।

ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

 इस मंत्र का प्रयोग आजमाने हेतु या निरपराधी व्यक्ति पर भूल कर न करें नहीं तो दुष्परिणाम भोगने ही पड़ जाता है।

इन दो बगला-शाबर मन्त्रों के अतिरिक्त भी एक अन्य शाबर मंत्र गुरु-प्रसाद स्वरूप हमें प्राप्त हुआ था, जिसका उल्लेख मैं यहाँ कर रहा हूं। इस मन्त्र का विधान यह है कि सर्वप्रथम भगवती का पूजन करके इस मन्त्र का दस हजार की संख्या में जप करने हेतु संकल्पित होना चाहिए। तदोपरान्त एक निश्चित अवधि में जप पूर्ण करके एक हजार की संख्या में इसका हवन ‘मालकांगनी’ से करना चाहिए। तदोपरान्त तर्पण, मार्जन व ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए। तर्पण गुड़ोदक से करें। इस प्रकार इस मन्त्र का अनुष्ठान पूर्ण होता है। फिर नित्य-प्रति एक माला इस मन्त्र की जपते रहना चाहिए। इस मन्त्र का प्रभाव भी अचूक है अतः निश्चित रूप से साधक के प्रत्येक अभीष्ट की पूर्ति होती है। मन्त्र इस प्रकार है

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध more info तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।

In reaction to Parvati's request, Lord Shiva composed the Shabar mantra. He simplified the verses and designed them more accessible working with simple phrases and phrases from local languages.

I meditate on Goddess Baglamukhi who might make the enemies motionless. Let the impressive goddess bless me with a clear sight.

तत्रं साधना गुरू मार्ग दर्शन में ही करें स्वतः गुरू ना बनें अन्यथा भयानक दुष्परिणामों का सामना करना पड़ता ही है।

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